Homebound
Homebound Movie Explained – Caste, Poverty और Islamophobia की गहरी परतें

Homebound (2025) Neeraj Ghaywan की Bold और Realistic फिल्म

Homebound Movie Explained – Caste, Poverty और Islamophobia की गहरी परतें

Homebound Movie

Homebound नीरज घेवन द्वारा निर्देशित वह फ़िल्म है, जो रोज़मर्रा की ज़िंदगी के अंदर छिपे दर्द, दोस्ती और भेदभाव को बेहद संवेदनशील तरीके से उजागर करती है। यह उन लोगों की कहानी कहती है जिनकी तकलीफ़ें आमतौर पर समाज और फिल्मों दोनों में अक्सर अनसुनी रह जाती हैं। फ़िल्म में कई सामाजिक मुद्दों को एक साथ जोड़ा गया है—जाति, गरीबी, इस्लामोफ़ोबिया, बेरोज़गारी, सरकारी उपेक्षा और लैंगिक संघर्ष। इन सभी विषयों को एक ही कहानी में पिरोना बड़ा चुनौतीपूर्ण है, लेकिन Homebound इन सभी पर अपनी ईमानदार दृष्टि रखने की कोशिश करती है। Homebound Review – Janhvi Kapoor, Ishaan Khatter और Vishal Jethwa का Acting Score

जहाँ अधिकतर बॉलीवुड फ़िल्में इन संवेदनशील मुद्दों को सुरक्षित दूरी से दिखाती हैं, और उन्हें “साफ़-सुथरा” तथा “पॉलिश्ड” रूप देकर प्रस्तुत करती हैं, वहीं Homebound उन लोगों की नज़र से दुनिया दिखाती है जो प्रतिदिन इस अत्याचार और भेदभाव को झेलते हैं। यह कहानी दर्शकों से सिर्फ़ सहानुभूति नहीं चाहती, बल्कि मांग करती है कि वे भारत में एक दलित या मुस्लिम के रूप में जीने की कड़वी सच्चाई को महसूस करें।

फ़िल्म की कहानी दो दोस्तों—चंदन (दलित लड़का) और शोएब (मुस्लिम लड़का)—के इर्द-गिर्द घूमती है। दोनों का सपना कॉन्स्टेबल की नौकरी पाकर सम्मान, सुरक्षा और एक स्थिर जीवन पाने का है। लेकिन उनकी राह गरीबी, अपमान, जातिगत पूर्वाग्रह और धार्मिक नफ़रत से भरी हुई है। फ़िल्म में दलित–मुस्लिम एकता को भी दिखाया गया है, लेकिन कई बार यह एकता स्वाभाविक कम और प्रतीकात्मक ज़्यादा लगती है।

कहानी में COVID-19 काल, महत्वाकांक्षा और राजनीतिक टिप्पणी भी शामिल है। लेकिन इतने सारे विषयों के एक साथ आने से कथानक कई बार बिखरा हुआ महसूस होता है। यह फ़िल्म बहुत-से मुद्दों को छूती है, लेकिन किसी एक में गहराई से उतर नहीं पाती। इसके बावजूद, इसकी कोशिश साफ़ दिखती है—दबाए गए समुदायों के अनुभवों को बहादुरी से सामने रखना।

फ़िल्म का सबसे मजबूत हिस्सा इसका अभिनय है। इशान खट्टर और विशाल जेठवा अपने किरदारों को जीते हुए महसूस होते हैं—वे अभिनय नहीं करते, बल्कि अपने पात्रों में ढल जाते हैं। जान्हवी कपूर, जो सुधा भारती का किरदार निभाती हैं, ईमानदारी से प्रयास करती हैं और उनके कुछ दृश्य प्रभावी भी हैं। लेकिन कई जगह वह कहानी की वास्तविक दुनिया से थोड़ा अलग दिखाई देती हैं, जिससे परफॉर्मेंस “जीया हुआ” कम और “निभाया हुआ” ज्यादा लगता है। शालिनी वत्सा के साथ-साथ बाकी कलाकार भी अपने किरदारों में विश्वसनीय दिखते हैं।

तकनीकी रूप से फ़िल्म संतुलित है—सिनेमैटोग्राफी सामान्य है, जबकि एडिटिंग कहानी के प्रवाह को बनाए रखती है। संगीत ठीक है, लेकिन यादगार नहीं बन पाता। सबसे बड़ी कमजोरी स्क्रीनप्ले में दिखाई देती है, जो एक मजबूत भावनात्मक रेखा बनाने के बजाय कुछ अलग-अलग “पलों” का संग्रह बनकर रह जाता है। इसी वजह से फ़िल्म कई बार अपना स्वरूप बदलती दिखाई देती है—कभी यह महामारी की कहानी लगती है, कभी जाति की, कभी दोस्ती की और कभी एकजुटता की।

इसके बावजूद, Homebound का महत्व इससे कम नहीं होता। यह फ़िल्म महत्वपूर्ण है क्योंकि यह जाति और इस्लामोफोबिया को विशेषाधिकार प्राप्त दृष्टि से नहीं, बल्कि उनकी अपनी दुनिया से दिखाती है। यह “सavior narrative” से बचती है और oppressed communities को खुद अपनी कहानी कहने देती है, ठीक उसी परंपरा में जैसे Fandry और Pariyerum Perumal

Homebound (2025) Earnings Update – Latest Box Office & Netflix Performance

Box Office Earnings (as of November 22, 2025)
India Net Collection: ₹3 Crore (Final)

Multiple verified trackers have confirmed this figure by mid-November.

📅 India Day-Wise Breakdown (Early Estimates, September 2025):

Day 1 (Fri): ₹0.30 Cr

Day 2 (Sat): ₹0.55 Cr (+83%)

Day 3 (Sun): ₹0.55 Cr (stable)

Day 4 (Mon): ₹0.20 Cr (-64%)

Day 5 (Tue): ₹0.28 Cr (+40%)

Collections fell sharply in the following days, with the weekend total hovering around ₹2 Cr.

India Gross: ≈₹3.5 Cr
Worldwide Gross: ≈₹3.75 Cr

(International theatrical run was almost negligible.)

Budget: Not officially disclosed

Industry Estimate: ₹10–15 Cr, based on Dharma Productions scale (unconfirmed).

Final Verdict:

Flop (Commercially)
Hit (Critically)

Limited ~1,300 screens were also a major reason for low visibility.

Ishaan Khatter publicly defended:

“It’s not a failure. Art doesn’t fail because of the box office.”

 Netflix OTT Performance (as of 22 November 2025)

Global Premiere: 21 November 2025 (Netflix)

Earnings:

Netflix does not disclose per-title earnings.

Industry Estimates (unconfirmed):
₹5–10 Cr acquisition deal (model similar to Oscar-contending Indian arthouse films).

Viewership:

Metrics not available yet—Netflix Top-10 charts are updated every 7 days.

Early Audience Reactions (X/Twitter):

“shook me at the core”

“heartbreakingly beautiful”

“Rare Indian film with honesty and pain”

Its OTT reception appears to be strong among critics and festival circuits.

If the film’s OTT traction increases, it could generate global streaming hours similar to art films like All We Imagine as Light.